परिचय

युग दृष्टा आचार्य भगवंत गुरुवर विद्यासागर जी महाराज की अद्वितीय साधना एवं विश्व पर उनकी सीमातीत करुणा की अभिव्यक्ति हैं-

प्रतिभास्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ

प्रतिभास्थली से कन्या रूपी बीज के उत्थान की अनगिनत संभावनाओं को समयोचित खाद पानी देकर उन्हें वटवृक्ष का रूप देने का अद्भुत प्रयोगविद्यालय संस्कारों के गवाक्ष से गुरुकुल पद्धति पर आधारित प्राचीन काल की संस्कृति, शिक्षा मंदिर, शील मंदिर, संस्कार मंदिर का एक अदभुत शिक्षण केंद्र हैं।

यह संस्थान आज के आधुनिक परिवेश में प्राचीन गुरुकुलों की स्मृति को पुनः जीवंत कर रहा है।

यहाँ पर जीवन का निर्वाह नहीं निर्माण होता है।